Dr. Rahul Rajani

ब्याज

हमे तो ‘ब्याज’ ने लुटा

‘मुद्दल’ मे कहाँ दम था

हम ‘कर्जबाजारी’ तब हुए

जब हमारा ‘उत्पन्न’ कम था।

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– डॉ. राहूल

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