आमचा राम राम।
त्यांचा जय श्रीराम।।
आमची लोकशाही।
त्यांची झुंडशाही।।
आमची अहिंसा।
त्यांची हिंसा।।
आमचा संवाद।
त्यांचा उन्माद।।
आमचे प्रेम।
त्यांचा द्वेष।।
आमची समता।
त्यांची समरसता।।
आमची निर्भयता।
त्यांची क्रूरता।।
आमची विश्वात्मकता।
त्यांची धर्मांधता।।
आमचा बुद्ध।
त्यांचे युद्ध।।
बघू काय होते ते!!!
© डॉ. राहुल पाटील