पाबंदी

पाबंदी

बड़ी मुश्किल है अब तो
सांस लेने पर पाबंदी है
तुम्हें इज्जत से जीना है


यहां तो जीने पर पाबंदी है ।

कोई गलत है तो होने दो
हमें क्या करना है,
मगर किसी की गलती का खामियाजा
जब सभी भुगते
तो उस पर बोलना है
पर बोले तो कैसे बोले
यहां तो बोलने पर पाबंदी है ।

तुम्हारी यह मुस्कान
बड़ी प्यारी है मगर
तुम्हारी यहीं हंसी कहीं
हवा का रुख ना बदल दे
इसलिए तुम्हारे मुस्कुराने पर पाबंदी है ।

मैं जो देता हूं वहीं आजादी समझो
उसीका जश्न मनाओ
तुम आजादी की बातें करोगे
तो उन बातों पर पाबंदी है ।

यह इश्क की बातें
यह प्यार के नगमे
बड़ा बेचैन होता हूं
सब सुनता हूं जब में
इसलिए तुम्हारे धड़कनों पर पाबंदी है।

पाबंदी है तुम्हारे चहेकने पर
पाबंदी है तुम्हारे महेकने पर
पाबंदी है तुम्हारे खिलने पर
पाबंदी है तुम्हारे उड़ानों पर

पाबंदी है तुम्हारे मेरी कागज के पत्तों की
दस मंजिला इमारत गिराने के इरादों पर
पाबंदी है तुम्हारे केवल इंसान बनकर
जीने की ख्वाहिशों पर ।

पाबंदी है तुम्हारे होने पर
पाबंदी है तुम्हारे होने पर।

© राहुल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *